इस कहानी में हम पढ़ेंगे की कैसे दो चचेरे भाई अलग-अलग परिस्थिति में रहते हैं। और कौन सी परिस्थिति उनको बेहतर लगती है।
शहरी चूहा और गांव का चूहा
शहरी चूहा और गांव का चूहा| The city mouse and the country mouse |
शहरी चूहा और गांव का चूहा| The city mouse and the country mouse
एक समय की बात है। दो चूहे चचेरे भाई थे। एक चूहा शहर में रहता था। और दूसरा चूहा गांव में रहता था। गांव में रहने वाले चूहे का नाम चिंटू था। और शहर में रहने वाले चूहे का नाम मिंटू था।
एक बार चिंटू ने मिंटू को अपने घर गांव बुलाया। जब मिंटू गांव आया तो चिंटू और उसके सभी दोस्त मिंटू का स्वागत करने के लिए आए। वह मिंटू को दिखाना चाहते थे कि गांव का जीवन कितना सरल और शांतिपूर्ण है। चिंटू और उसके दोस्तों ने मिंटू को गेहूं के लहराते खेत नहर नदियां सब दिखाएं। मिंटू यह सब घूम कर बहुत थक गया और बिस्तर पर पड़ते ही सो गया। उठने के बाद उसने कहा बहुत ही सुकून भरी नींद आई।
उसके बाद मिंटू ने चिंटू को अपने घर शहर बुलाया। मिंटू ने शहर की बहुत तारीफ की। चिंटू भी शहर को देखने के लिए लालायत हो गया। कुछ दिनों बाद चिंटू ने अपना बोरिया बिस्तर समेटा और शहर के लिए निकला। वहां पर उसे मिंटू लेने आया।
मिंटू उसे अपने घर लेकर गया। मिंटू के घर में स्वादिष्ट खाना पड़ा हुआ था। चिंटू ने बहुत स्वादिष्ट खाना खाया था। दिन कैसे गुजर गया उसको पता ही नहीं चला।
रात को दोनों सोने की तैयारी करने लगे। जैसे ही वह सोने लगे, उनका पूरा कमरा धुएं से भर गया। चिंटू ने पूछा कि यह धुंआ कहां से आ रहा है? मिंटू ने जवाब दिया कि हमारे मकान मालिक को चूहों का यहां रहना पसंद नहीं है। इसलिए चूहों को यहां से भगाने के लिए धुंंआ लगाया है।
मिंटू ने चिंटू से कहा तुम जितना जल्दी भाग सकते हो, उतना जल्दी भाग कर बगीचे में पहुंच जाओ। जैसे ही दोनों चूहे बाहर निकले, मकान मालिक उनको मारने के लिए लकड़ी लेकर खड़ा हुआ था। लेकिन जैसे तैसे दोनों चूहे भागने में सफल हुए। और बाहर जाकर बगीचे में पहुंच गए। चिंटू ने मिंटू से कहा गांव का जीवन सरल है, लेकिन वहां पर यहां से ज्यादा सुकून है।
शिक्षा:भौतिक सुख सुविधाओं से ज्यादा जरूरी मानसिक शांति व सुकून है।
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